आपने अक्सर सुना होगा कि महिलाएं हनुमान जी की पूजा नहीं कर सकती। हनुमान जी की पूजा अर्चना नहीं कर सकती । यहां तक की गलती से मूर्ति को स्पर्श नहीं कर सकती है । ऐसे कई तरह के सवाल आपके मन में कौंध रहे होंगे । आखिर देवी देवता तो सबके है पुरुष और महिला दोनों के लिए भगवान समान है। फिर हनुमान जी की पूजा को लेकर महिलाओं के साथ ऐसा भेदभाव क्यों होता है। आज हम आपके इन्ही स्वालों का जवाब देंगे।
यह बात हम सभी जानते है । हनुमान जी ब्रह्मचारी थे। शास्त्रों में प्रभु हनुमान जी के विवाह का उल्लेख जरूर मिलता हो। लेकिन हनुमान जी ने शादी की ही नहीं थी। वह गृहस्थ जीवन से दूर थे । हनुमान जी ने सूर्य को अपना गुरु बनाया था । सूर्य भगवान ने 9 प्रमुख विद्याओ में से पांच विद्या हनुमान जी को सिखा दी थी।
दूसरा उल्लेख यह भी है। हनुमान जी ने शादी की थी लेकिन अपने वैवाहिक सुख के लिए नहीं । कहते है सूर्य देवता ने अपनी परम तेजस्वी पुत्र सुवर्चला से हनुमान को शादी करने का प्रस्ताव दिया था । और फिर दोनो की शादी हो गई । विवाह के बाद हनुमान जी बची हुई चार विद्याओं का ज्ञान हासिल करने में लग गए ।
इस तरह उनका ब्रम्हचारी व्रत नही टूटा । हनुमान जी ने प्रत्येक स्त्री को मां समान दर्जा दिया है। वह स्त्री को अपने सामने प्रणाम करते नहीं देख सकते । यहां तक की खुद स्त्री को नमन करते है।
हनुमान जी अखंड ब्रम्हचारी और महायोगी है
हिंदू धर्म में हनुमान जी को जाग्रत देवता माना गया है। कहते है हनुमान जी की पूजा से सभी कष्ट दूर होते है। वैसे किसी भी देवी देवता की पूजा करना एक समान माना गया है। लेकिन हनुमान एक लौते देवता है जिनकी पूजा पर पुरुषो का अधिकार है ना कि महिलाओ का । मंदिर हो , घर, या फिर किसी विशेष पूजा स्थल हो हर जगह हनुमान जी की पूजा पुरुष ही करते है यहां तक की महिलाओ को हनुमान मंदिर जाने पर पाबंदी हैं । कहते है महिलाएं उपासना भी नही कर सकती क्योंकि महिलाओ को पीरियड होते हैं जिसे अशुद्ध माना गया है । लेकिन महिलाओ का हनुमान जी के प्रति पूजा करना पूरी तरह से निषेद नहीं है। कुछ ऐसी सावधानियां है । जिससे महिलाएं पूजा कर सकती है।
महिलाओं के लिए हनुमान जी की पूजा के लिए विशेष नियम
- महिलाएं हनुमान जी को बिल्कुल भी स्पर्श ना करें
- हनुमान जी चरण स्पर्श ना करें
- हनुमान जी को चोला नही चढ़ा सकती हैं।
- महामारी के समय महिलाओ को हनुमान जी की किसी भी प्रकार की पूजा से दूर रहना चाहिए।
- महिलाएं बजरंग बाण पाठ नही कर सकती है।
- अपने माथे पर सिंदूर ना चढ़ाए
- प्रभु हनुमान को आसन ना दें
महिलाएं ऐसे करें हनुमान की पूजा
- महिलाएं हनुमान के समक्ष दीप अर्पित कर सकती है।
- पुष्प अर्पित कर सकती है ।
- हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए मंगलवार को व्रत रख सकती है ।
- व्रत के समय एक पहर का भोजन और नमक त्याग करना चाहिए।
- हनुमान जी प्रसाद बनाकर अर्पित कर सकती है।