हिन्दू धर्म सभी धर्मो से अलग और बड़ा माना गया है। हमारे सनातन धर्म के अनुसार चार युगों का वर्णन किया गया है । सतयुग, द्वापर युग, त्रेता युग और कलयुग है पहले तीन युग बीत जाने के बाद हिन्दू धर्म के अनुसार मौजूदा समय कलयुग चल रहा है । और इसी कलयुग में पांच जागृत देवी देवताओं का नाम आता है ।
इनमें से एक महावीर बजरंगी नाम से जाने जाने वाले हनुमान जी है । हनुमान जी ही एक ऐसे भगवान है जिन्हे कलयुग समय के लिए अजर अमर की उपाधि दी गई है । क्योंकि माना जाता है कि कलयुग में किसी भी संकट में आए कष्टों को दूर करने के लिए मुख में श्री हनुमान जी का नाम आता है ।
साथ ही सप्ताह में मंगलवार का दिन हनुमान जी को समर्पित है । विपत्ति की घड़ी में भक्त संकटमोचक हनुमान जी की आराधना करते है और समस्त कष्टों से मुक्ति पाते है। हनुमान जी ने अपना जीवन ब्रह्मचारी और श्री राम की सेवा में व्यतीत किया । धार्मिक मान्यताओं के अनुसार अगर कोई भी भक्त अपने जीवन में आए समस्त कष्टों से छुटकारा पाना चाहता है तो उसे अपने घर में हनुमान यंत्र स्थापित करना चाहिए ।
इतना ही नहीं भक्त हनुमान यंत्र की बनी माला को अपने गले में भी धारण कर सकते है । इससे भगवान हनुमान तो प्रसन्न होंगे ही साथ ही आपके कष्ट भी दूर हो जाएंगे । आज हम आपको यह बताएंगे की आपसे हनुमान जी कैसे प्रसन्न होंगे और हनुमान यंत्र क्या है । इसके क्या लाभ है इसकी स्थापना कैसे करें ।
क्या होता है हनुमान यंत्र
संकटमोचक, पवनपुत्र , महावीर बजरंगी आदि नाम से जाने जाने वाले हनुमान जी की उपासना करने के लिए हनुमान यंत्र अत्यन्त प्रभावशाली यंत्र है । भक्तो को बता दें की इस यंत्र में स्वयं पवनपुत्र महावीर हनुमान जी का वास होता है। ऐसी मान्यता है कि हनुमान यंत्र का पूजन अगर कोई भक्त नियमित रूप से करता है ।
तो हनुमान सबसे पहले संकटमोचक बनकर उसके सभी संकट को हर लेते है । हनुमान यंत्र को घर में स्थापित करने से घर के सभी दोष , संकट , ग्रह कलेश दूर हो जाते है और सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है । साथ घर में सुख समृद्धि भी बनी रहती है ।
कैसे की जाती है हनुमान यंत्र की पूजा अर्चना
ज्योतिष के अनुसार हनुमान यंत्र को घर में स्थापित करते समय हमें विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है । हनुमान यंत्र के रख रखाव और उसकी पूजा अर्चना को लेकर हमें ध्यान देने की जरूरत होती है । आइए समझते है कैसे करें हनुमान यंत्र की पूजा । सबसे पहले किसी भी शुक्ल पक्ष के पहले सोमवार बाजार से हनुमान यंत्र को खरीद लाएं ।
जो भक्त हनुमान यंत्र को स्थापित कर रहा है वह दूसरे दिन यानी मंगलवार को सुबह प्राताकाल उठकर स्नान कर लें । और साफ सुथरे कपड़े पहनें । इसके बाद पूजा स्थल से पूर्व दिशा में एक लाल कपड़ा बिछाकर हनुमान यंत्र को स्थापित करें। इसके बाद भक्त स्थापित हुए हनुमान यंत्र के समक्ष घी का दीपक जलाएं । फिर यंत्र पर चंदन, अक्षत, और पुष्प अर्पित करें । अर्पित करने के पश्चात इस मंत्र का उच्चारण करें ” ॐ हं हनुमते रुद्रत्मकाय हुं फट ।।
हनुमान यंत्र पूजा के क्या है फायदे
- हनुमान यंत्र स्थापित या धारण करने से दरिद्रता, भुखमरी और बीमारी से शीघ्र ही मुक्ति मिलती है ।
- हनुमान यंत्र से बुराई का नाश और अच्छाई पर जीत होती है ।
- यह यंत्र भूत, प्रेत,असुर, राक्षस , बुरे सपने से लडने में मदद करता है ।
- जो भक्त यह यंत्र धारण करता है या फिर घर में स्थापित करता है । उस पर हनुमान जी की विशेष दृष्टि बनी रहती है और इसके नियमित पूजन से हनुमान जी प्रसन्न होते है ।
- यदि आपकी कुंडली में शनि की कुदृष्टि पड़ गई है तो हनुमान की आराधना से ठीक हो जाती है । साथ ही सभी प्रकार के शनिदोष से मुक्ति मिलती है ।
- किसी नए काम की शुरुआत कर रहे हैं या फिर नौकरी की तलाश में जा रहे है आप हनुमान यंत्र की पूजा अर्चना करके जाइए आपको इन कामों में सफलता मिलेगी ।
- बुरा समय चल रहा है बनते हुए काम बिगड़ रहें है तो आप हनुमान यंत्र की आराधना अच्छे मन से करें पवनपुत्र हनुमान संकटमोचक बनकर आपका समय ठीक कर देंगे और बिगड़े काम बनने लगेंगे ।